Goldfish ka scientific naam kya hai:- यह एक बहुत ही ज्यादा पूछे जाने वाला प्रशन है, और इसका उत्तर सभी को पता होना चाहिए यह प्रशन परीक्षा में कई बार पूछ लिया जाता है। Goldfish को सुनहरे मछली के नाम से भी जाना जाता है और कई बार यह सवाल हिंदी में भी पूछा जाता है की सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम क्या है तो छात्रों के लिये इसका उत्तर पता होना आवश्यक है।
Goldfish का Scientific नाम Carassious Auratus है। और अगर इसे हिंदी में देखा जाए तो हिंदी में Goldfish का Scientific नाम करसियस औरतुस होगा । और अपने चमकदार नारंगी रंग की वजह से यह आसानी से पहचानी जा सकती है। Goldfish को गोल्डन क्रूशियन कार्प (Golden crucian carp) के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया की तीन प्रतिशत सजावटी मछलियो में से एक है। इसे हिंदी में सुनहरी मछली भी कहा जाता है।
Goldfish बोहोत से घरो में टैंक में या बाउल में मिल जाएगी लोग इसे इस्लीय रखते है क्योकी यह बोहोत सुन्दर दिखती है। गोल्डफिश शुभ भी मना जाता है यह एक और कारण है की लोग अपने घरो में गोल्डफिश रखते है लेकिन उनमे से बोहोत कम को ही इसका scientific नाम पता होगा।
गोल्डफिश के बारे में विस्तार से सब कुछ बताया है।
Goldfish ka scientific naam kya hai | करसियस औरतुस (Carassious Auratus) |
Goldfish का लेटिन नाम | कैरासियस गिबेलियो फॉर्मा ऑराटस |
गोल्डफिश का हिंदी नाम | सुनहरी मछली |
Goldfish Age | 10 से 15 साल |
Goldfish के अन्य नाम | गोल्डन क्रूसियन कार्प (Golden crucian carp) |
जाती | करसियस (Carassius) |
निवास स्थान | मीठा पानी |
आकार | 15 से 20 cm |
मूल क्षेत्र | चीन (China) |
सम्भोग का समय | अप्रैल-मई |
भोजन | शैवाल, लार्वा, कीट, आदि |
तैराकी क्षेत्र | पानी की सतह के नीचे |
पानी का तापमान | 15 से 20 डिग्री सेल्सियस |
गोल्डफिश सबसे पहले कहा खोजी गई
जैसा की हमने उपर पढ़ा है की गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है, “goldfish ka scientific naam kya hai” उसी तरह हमें यह भी पता होना चाहिये की सुनहरी मछली (गोडलफिश) कहा से उत्पन हुए है, या साफ़ शब्दों में कहे तो गोल्डफिश सबसे पहले कहा खोजी गई। कहा जाता है की गोडफिश सबसे पहले चीन में देखी गई। चीन के जिंहुआन जब लुशान परबत पर गई तो उन्होंने देखा की झील में लाल और संतरी रंग वाली मछलिया चमक रही थी। नए चीन की स्थापने के बाद चीन ने अपने वैज्ञानिको को सुनहरी मछलियो के संरक्षण और प्रजनन पे ध्यान रखने में लगा दिया ताकी वह सुनहरी मछली की संख्या को बड़ा सके। सन 1502 में सुनहरी मछली चीन द्वारा जापान में पेश की गई, जापान ने दूसरे विश्व युद्ध की बाद ताईवान की मदद से सुनहरी मछलीयो की कई सारी प्रजातियों को मंगवाया। गोल्डफिश को 17 वी सदी की अंत तक यूनाइटेड किंगडम में, 18 वी सदी में यूरोप, और 1874 पुरे अमेरिका में पेश किया गया था। और वह फिर जल्द ही पूरी दुनिया में फेल गई।
Gold fish की कुछ अन्य प्रजातिया।
वैसे तो अपने गोल्डफिश के कई प्रजातियों के बारे में सुना ही होगा, लेकिन मुझे यकीन है आपको इसकी सभी प्रजातियों के बारे में नहीं पता होगा। तो चलिये जानते है गोल्डफिश की कुछ अन्य प्रजातिया।
- आम सुनहरी मछली
- काले मूर
- बब्ल आई
- दिव्य आंखें
- धूमकेतु (कोमेट)
- ओरानडा
- पर्लस्केल
- वेलटेल
- रयुकिन पोमपोम
- शुबनकिन
- दूरबीनआंख
- घुमावदार गिल सुनहरी मछली
- रैनचु
- अंडा मछली सुनहरी
- लायनचु
- शुकिन(Shukin)
- Tamasaba
- फैनटेल (पंखे नुमा पूंछ वाली)
- पांडा मूर
- टोसाकिन
- सफेद टेलीस्कोप
- उल्का सुनहरी मछली
- सिंह मस्तिष्क
- तितली पूंछ
Goldfish का पालन कैसे करें?
गोल्डफिश एक ऐसी मछली है जिसे अधिकांश पला जाता है इस्लिये हमें इस बात का पता होना चाहिये की गोल्डफिश का पालन कैसे करे। गोल्डफिश जिस तालाब में रहती है उसका तापनाम 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान होता है इस्लिये हमें दयँ रखना चाहिये के हम उसे जिस भी चीज में रहे उसका तापमान बोहोत ज्यादा या बोहत काम ना हो। साथ ही गोल्डफिश का पानी हर हफ्ते बदलना चाहिये जिस्से उसमे पानी की मात्रा बराबर बनी रहे।
Goldfish सुनहरीमछली का मुख्य भोजन क्या है।
वैसे तो डोल्डफिश दो तरह की होती है जंगली और पालतू और दिनों के खाने में कुछ अंतर होते है तो चलिये जानते है जंगल और पालतू गोल्डफिश एक खाने में मया क्या अंतर होते है।
पालतू गोल्डफिश
पालतू गोल्डफिश खुद सीकर करके अपना खाना हासिल नहीं करती उसको उसकी पालक द्वारा खाना खेलाया जाता है इस्लिये उसके खाने में ज्यादा कुछ नहीं होता। उन्हें आमतौर पर स्टोर पर मिलने वाला फिश फ़ूड ही खेलाया जाता है और यही उनका रोज का आहार है।
जंगली गोल्डफिश
जंगली गोल्डफिश खुद शिकार करके या कहे खुद से अपना खाना हासिल करके अपना आहार करते है इस्लिये इसके खाने में बोहोत अंतर होता है यह अलग अलग अलग चीजे खाती है। जंगली गोल्डफिश मुख्य तोर पर इन सब चीजों को खाना बोहोत पसंद है, जैसे की :-
- प्राणिप्लवक
- मच्छर
- Blood worms
- मछली के अंडे
- समुद्री झींगा
- टैडपोल
- झींगा
- जल पिस्सू
- कछवे के बच्चे
- शैवाल
- कीड़े
- सड़ता हुआ पौधा
- कीट लार्वा
- Water lettuce
ये सब जंगली गोल्डफिश के मुख्य आहार का हिस्सा है।
Goldfish का आकार
अब हमें यह पता चल गया है की गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है, (Goldfish ka scientific naam kya hai) और इसे सबसे पहले कहा खोजा गया था तो चलिए जानते हे की इसका आकर केसा होता हे। गोल्डफिश पालतू मछली के रूप में बोहोत प्रसिद्ध है। इसका छोटा शरीर और लम्बा पंख होता है। गोल्डफिश औसतन तोर पे अक्वेरियसम में 1 इंच (2.5 cm) से 2 इंच (5.1 cm) तक बढ़ सकती है, लेकिन अगर इसे किसी बड़ी जगह जैसे तालाब में डाला जाए तो यह (15 cm) तक बढ़ सकती है। और अगर हम बात करे गोल्डफिश पालतू ना हो तो यह (36 cm) तक बढ़ सकती है। सुनहरी मछली (गोल्डफिश) को पहली बार चीन में पालतू बनाया गया था।
गोल्डफिश कहा पाई जाती है ?
खास तोर पर गोल्डफिश मीठे पानी में पाई जाती है यह मीठे पानी की मछली है। लेकिन, इसकी कई प्रजातिया खारे पानी में भी पाई जाती है। यह मुख्य तोर पर साफ पानी और धीमी गति के पानी वाले तालाब झीलों में पाई जाती है। इसके अलावा यह पालतू जानवरो के स्टोर पर भी पाई जाती है। इसके अलावा यह समुन्द्र में भी पाई जाती है।
क्या गोल्डफिश को खाया जा सकता है ?
जी है, अगर आप इसे खाना चाहे तो खा सकते है, गोल्डफिश को खाया जा आसक्त है क्योकी यह दुसरी मछलियो की तरह ही साधारण होती है इसके चमकीले रंग को छोड़ कर देखा जाए तो इसमे और साधारण मछलियो में कोई अंतर नही है। इसमें किसी भी प्रकार की अशुदी नही है जो इसे खाने वाले के लिये किसी भी प्रकार से हानिकारक हो।
इन्हे खाया जा सकता है। लेकिन एक तरह से देखा जाए तो गोल्डफिश को नही खाना चाहिये क्योकी इनका पालन खास तोर पर सजावट के लिये किया जाता है और घर में इनकी उपस्तिथी को शुभ मन जाता है।
Goldfish से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।
चलिये गोल्डफिश से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्य के बारे में जानते है जिसके बारे में शायद ही आपको पता हो।
- क्या आप जानते है गोल्डफिश आंखे बंद किये बिना हे सोती है। क्योकी, उनकी पलके ही नही होते।
- इसका दिमाग बोहोत तेज होता है और यह 3-4 महीने पहले वाली चीजे भी आसानी से याद रख सकती है।
- इसे पालतू बना कर इसे कुछ करतब भी सीखा सकते है जैसे की रिंग के बीच से छलांग लगाना, पानी में रिंग के अंदर से होकर गुजरना।
- Gold fish सुनहरी मछली बोहोत होशियार होती है यह अलग अलग रंग, आकर, और आवाजों के बीच अंतर कर सकती है। यह इंसानो की शकलो को भी यद् रख सकती है।
- गोल्डफिश बिना कुछ खाए 3 हफ्तों तक जिन्दा रह सकती है।
- गोल्डफिश पालतू के अलावा जंगली भी होती है और इसकी अनेको प्रजातिया होती है।
- ज्यादातर सुहारी मछलिया सुनहरे और नारंगी रंग की होती है, लेकिन इसकी कुछ प्रजातिया काले धब्बो वाली होती है, कुछ सफ़ेद धब्बो वाली और कुछ तो काले रंग की ही होती है।
- गोल्डफिश को अगर खुले तालाब में छोड़ दिया जाए तो उनका बाकी दुसरी मछलियो के मुकाबले ज्यादा शिकार होता है क्योकी वो अपने चमकीले रंग के वजह से दुसरी बड़ी मछलियो को और पक्षियों को अपनी और बोहोत ज्यादा आकर्षित करती है।
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गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?
Goldfish का Scientific नाम Carassius auratus होता है ।
स्वस्थ गोल्डफिश का चुनाव कैसे करें?
स्वस्त गोल्डफिश का चुनाव करना बोहोत आसान है गोल्डफिश को देखकर ही पहचाना जा सकता है उसका रंग उभरा हुआ और चटक गुलाबी होता है। उसमे गजब की तंदरुस्ती होती है वह कभी एक जगह ज्यादा देर तक नहीं रुकती, उनको तैरने के लिये किसी की सहायता की जरुरत नहीं होती, उनके पंख सीधे और स्मूथ होते है।
Goldfish को जीवित रहने के लिये कितने तापमान की जरुरत होती है?
Goldfish को जीवित रहने के लिये 16 से 25 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान चाहिए होता है इस तापमान में वो आसनी से जीवित रह सकती है।
क्या गोल्डफिश अपने बच्चों को खा जाती है ?
जंगली गोल्डफिश या कहे प्राकृतिक वातावरण में रहने वाली गोल्डफिश अपने अंडो में से कुछ को भूख लगने पर खा जाती है।