Love ka full form

जानिए Love ka full form और I Love ka full form

Love ka full form:- जानिए लव का फुल फॉर्म क्या होता है? लव जिसे हम प्यार, मोहोबत, आशिकी, प्रेम, स्नेह, मोहोबड, लगाव, आदि नमो से जानते है। हमने यह शब्द काफी सुने है किसी व्यक्ति से, फिल्मो में, कहानियों में, और बोहोत जगह। हम सब को अपनी ज़िंदगी में किसी ना किसी से कभी न कभी प्यार (Love) होता ही है चाहे वो अपने परिवार से हो, या किसी दोस्त से हो, या किसी जानवर से हो, या किसी वास्तु से हो, लेकिन हम सब को प्यार तो होता ही है चाहे वो कोई मनुष्य हो या जानवर हो।

Love ka full form

जैसे की I Love you ka full form नही होता उसी प्रकार लव का भी कोई सटीक फुल फॉर्म नही है लेकिन इसकी कई सारी फुल फॉर्म होती है जो की लोगो के द्वारा अपने आप से बनाई गई होती है। जैसी की :- 

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  • Love – Life’s Only Valuable Emotion
  • इसका हिंदी अर्थ – जीवन का एकमात्र मूल्यवान भावना।
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  • Love – Long Lasting Original Valuable Emotion
  • इसका हिंदी अर्थ – लंबी स्थायी मूल मूल्यवान भावना।
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  • Love – Lake of sorrow Occitan of tears Valley of death End of life.
  • इसका हिंदी अर्थ – दुखो की झील आंसुओ का सागर मौत की घाटी जिंदिगी का अंत।
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  • Love – Loss Of Valuable Education 
  • इसका हिंदी अर्थ – मूलयवान शिक्षा का नुकसान।
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  • Love – Life Of Very Emotional Person
  • इसका हिंदी अर्थ – बहुत भावनात्मक व्लाकते का जीवन।

Love का असली मतलब क्या है?

लव प्यार एक बोहोत गहरी भावना है जो किसी व्यक्ति, वास्तु या, पसु के प्रति होती है, लेकिन यह यही तक सीमित नही है यह किसी वास्तु के प्रति, किसी घर के प्रति, किसी निर्जीव चीज़ के प्रति भी हो सकता है, प्यार अपने भगवान से भी हो सकता है तो यह किसी जगह से भी हो सकता है, यह अपने देश से भी हो सकता है, यह अपने दुश्मन से भी हो सकता है, प्यार की कोई सीम नही है इसका कोई अंत नही है कुल मिलाकर कहे तो यह किसी से भी हो सकता है। लव के कई नाम है अलग अलग जगह लव को अकाज अलग अलग नामो से जाना जाता है यह अलग अलग भाषा में सुनने में अलग अलग लग सकते है लेकिन इनका मतलब एक ही है, लव को किसी परिभाषा की जरुरत नही है। लव को अलग अलग भाषाओ में अलग अलग नामो से जाना जाता है जैसे हिंदी में अलग उर्दू में अलग यही सब अलग अलग भाषाओ के नाम इसके पर्यायवाची भी कहलाते है। इसके कुछ जानेमाने प्रायवाची है :- प्रेम, प्यार, इश्क, स्नेह, लगाव, अनुरुक्ति, मोहब्बत, आदि। प्रेम से सभी कार्य अच्छे से किये जा सकते है, प्यार एक ऐसा सुखद अनुभव है जिसे मनुष्य अपने शब्दों से व्यक्त अनही कर सकता। 

Love (प्यार) कितने तरह का होता है

प्यार कई तरह का होता है, सभी ने प्यार को अलग अलग तरह से बताया है जिसके साथ प्यार में जैसा होता है वह प्यार को वैसा ही बताते है, प्यार का समाज पर भी बोहोत असर पड़ता है तो समाज ने भी प्यार को अलग अलग तरह से बताया है।

समाज और देश ने प्यार को अलग अलग तरह से  बताया है।

  1. प्यार अँधा होता है – प्यार करने वाले लोग समाज में बनाई गई कूरेटियो का पालन नही करते और नाही समाज द्वारा बनाए गए नियमो का पालन करते, इसलिया समाज इन जैसे लोगो को प्यार में अँधा कहता है।
  2. सच्चा प्यार, झूठा प्यार – प्यार हमेसाह विशवाश पर टीआ रहता है जो लोग प्यार को पुरे सिद्धांत से निभाते है वह अपने नुकम तक पोहोच जाते है लेकिन, जो प्यार के रिश्ते को छूट के सहारे चलता है उसका प्यार कभी सफल नही होता और कभी अपने मुकाम तक नही पोहोचता ऐसी लिया समः ने कहा हे प्यार झूठा और सच्चा दोनों होता है।

प्यार करने वाले पागल होते है – प्यार करने वाले हर समय उसी के बारे में सोचते रहते हे जिससे वो प्यार करते है इसलिया लोग कहता है प्यार करने वाले पागल होते है।

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