दिल्ली का इतिहास
दिल्ली का इतिहास बहुत पुराना है | दिल्ली बहुत से तक भारत का केंद्र रहा है , कई साम्राज्यों की राजधानी के रूप में भारत का केंद्र रहा है | खा जाता है की दिल्ली को कई बार पूरा ध्वस्थ कर दुबारा बनाया गया है | जब कोई राजा दिल्ली को भारत का केंद्र घोसित करता अपने अपने कार्यकाल के दौरान उसे बनवाता और नई संरचनाय करता था |
मध्यकालीन युग के राजा और साम्राज्य के दौरान दिल्ली में बहुत सी संरचनए हुई |
मध्यकाल में 736 to 1193 तक तोमर और चौहान ने राज्य किया , उसके बाद दिल्ली सल्तनत का नाम आता है | दिल्ली सल्तनत पांच क्रमिक वंशो की श्रृंखला है जो दिल्ली के साथ अपनी राजधानी के रूप में भारतीय उपमहाद्वीप की प्रमुख शक्ति के रूप में बने रहे।
दिल्ली सुल्तनते का अंत मुग़ल युग के सुरुआत से होता है जब इब्राहिम लोड़ी जोकी मुग़ल साम्राज्य के जनक थे, उन्होंने बाबर को पानीपत की पहली लड़ाई में हराया और मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की | 16वि शताब्दी में जब मुग़ल साम्राज्य का अंत हुआ तब पांचवें मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली के भीतर शाहजहानाबाद की चारदीवारी और उसके स्थलों, लाल किला और जामा मस्जिद का निर्माण किया| मराठा ने दिल्ली को दिल्ली की लड़ाई 1757 में अथिया और करीब 1803 तक उसपे हुकूमत किया | १८०३ में दिल्ली ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा ,मराठा के बिच हुए द्वितीय एंग्लो मराठा युद्ध के बाद मराठाओं के हाथो से छीन लिया गया | 1857 का भारतीय विद्रोह इसमें ईस्ट इंडिया के हाथो से दिल्ली की सत्ता चली गयी और फिर से बहादुर शाह२ भारत के राजा बनाये गए | भारतीय विद्रोह बहुत ही काम समय के लिए रहा और यह भारत में प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासन एक सुरुवात थी | इसमें ब्रिटिशर ने कलकत्ता को भारत का केंद्र बनाया था | अंत में 1911 में भारत का केंद्र कलकत्ता को हटाकर दिल्ली बना दिया गया और ब्रिटिश हुकूमत की शुरुवात हुई | सबसे अंत दिल्ली का अंदुरनी नक्शा एडविन लुटियंस के द्वारा बनाया गया जो की अभी तक वही है | और आखिर में जब भारत 1947 में अंग्रेजी हुकूमत से आज़ाद हुआ तो दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया गया |
मुगल वास्तुकला/Mughal architecture
मुग़ल राजयो ने भारत में राज करते समय वस्तुकाल्वो में , पर्यावरण बनाने में अपना बहुत बारे योगदान दिया है | सबकी अपनी अलग विशेस्ता है | जैसे की ताज महल , आगरा का किला ,जमा मस्जिद, शाह जहाँ का मकबरा , और लाल किला | यह सभी अपनी अलग विशेस्ता रखते है| यह आज के समय बहुत से पर्यटक देखने और उनके विषेशताओं के बारे में जानने आते है | आज हम लाल किला के बारे में विस्तार से जानने की कोसिस करेंगे की उसने किसने बनाया , किन चीज़ो से बने गया और इसका आज के समय में क्या योगदान है |
Akbar Agra Fort Humayun’s Tomb Fatehpur Sikri Tomb of Salim Chisti |
Jahangir Begum Shahi Mosque Tomb of I’timād-ud-Daulah |
Shah Jahan Taj Mahal Wazir Khan Mosque Shalimar Gardens Shah Jahan Mosque Red fort |
Aurangzeb Badshahi Mosque Bibi ka Maqbara |
लाल किला मुगल वास्तुकला का बनावट | Construction of red fort delhi in hindi
लाल किला यमुना नदी के किनारे बसे दिल्ली सहर के बिच में है | लाल किले का निर्माण की शुरुवात 1526 में पहले मुग़ल राजा द्वारा की गयी थी और शाहजहां द्वारा इसका निर्माण पूरा किया गया | लाल किले की अपनी एक अलग विशेस्ता है | इस किले में ३ धर्मो का सांकल देखने को मिलता है | हिन्दू ,पर्शियन, और मुस्लिम , इस किले की अंदुरनी और बाहरी बनावट से प्रेरित हो भारत के और हिशो जैसे की रास्थान , आगरा, और भी जगहों पर देखने को मिलती है | लाल किला मुग़ल साम्राज्य के काल्यो को बहुत ही सफाई से दर्शाता है | लाल किले के अंदर हमे बहुत ही खूबसूरत गार्डन देखने मिलता है , जिसके प्रेरणा स्वरुप रास्थान और आगरा में भी हमे वैसे ही गार्डन दिखाई देते है |
लाल किला की भारत में ऐतिहासिक विशेषता क्या है | What is the importance of red fort delhi in Indian history
भारत के सन्दर्भ में बात करे तो लाल किले की बात करे तो वह अपनी अलग विशेस्ता रखता है| भारत के पहले स्वतंत्रता दिवश में लाल किले की बहुत बरी भूमिका थी| भारत के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओ में से एक है , 15 अगस्त 1947 की पहली स्वतंत्रता दिवस जो की जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री बने और समारोह के सम्मान में दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट (लाल किला) के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया। तब से लेकर आज तक अज़्ज़ादी ७५ साल बाद तक लाल किले के ऊपर ही राष्ट्रिय ध्वज को फहराया जाता है | ऐसा मन जाता है की अंग्रेज अपने सेना दल को लाल किले में रखती थी | जब भारत अंग्रेजी हुकूमत से आज़द हुई तो उनपर विजय को दिखने के लिए लाल किले को चुना गया | और पहले स्वतंत्रता दिवस की योजना लाल किले पर मनाने की बनाई गयी |
लाल किले का नाम / name of red fort
इसकी सुंदरता, भव्यता और आकर्षण इतनी ज्यादा है की देश विदेश से बहुत से लोग इसे देखने की इक्छा लेकर भारत घूमने आते है , और यह के ऐतिहासिक भभयता को सराहते है | लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना है, जिसे राजस्थान में खदानों से खनन किया गया था। वास्तव में, मुगलों द्वारा निर्मित कई स्मारकों में मूल भवन खंड के रूप में लाल बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया था। मुगल बादशाह अकबर द्वारा निर्मित शहर फतेहपुर सीकरी में इस सामग्री से बनी कई इमारतें हैं। लाल पत्थरो के इस्तेमाल की वजह से यह ईमारत लाल दीखता है, और इसकी वजह से इसका नाम लाल किला रखा गया |
लाल किले के पास के दर्शनीय स्थल| nearby places of red fort
में आपको अब लाल किला के पास घूमने की कुछ इतिहासिक जगहों के बारे में बताउंगी |
इमारतो के नाम |
जामा मस्जिद |
कश्मीरी गेट |
राज घाट |
दिगंबर जैन मंदिर |
शांति वन |
इंडियन वॉर |
ग़ालिब की हवेली |
रज़िया सुल्तान का मकबरा |
लोदी गार्डन |
अक्षरधाम मंदिर |
दीवान-ये -आम |
लाल किला पर निबंध हिंदी में निष्कर्ष /CONCLUSION
जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री बने और समारोह के सम्मान में दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया।1947 से भारत में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। समारोह के हिस्से के रूप में, हर साल प्रधान मंत्री लाल किले के ऊपर झंडा फहराते हैं, जैसा कि जवाहरलाल नेहरू ने किया था।लाल किला परिसर का प्रबंधन सीधे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है, जो भारत में सभी राष्ट्रीय स्तर के विरासत स्थलों और विश्व विरासत सूची में शामिल भारतीय सांस्कृतिक संपत्तियों की सुरक्षा के लिए भी जिम्मेदार है |
FAQ
लाल किला कितना पुराना है?
लाल किला लगभग 379 साल पुराना मन जाता है |
लाल किला कब बंद रहता है?
लाल किला सोमवार को बंद रहता है |
लाल किला कब खुला रहता है?
लाल मंगलवार से रविवार तक सुबह 7 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है |
लाल किला किसने बनवाया था और क्यों?
लाल किला मुग़ल शासक शाह झाः द्वारा बनवाया गया था |
लाल किला कितने एकड़ में बना है?
लाल किला 254.67 एकड़ में फैला एक सुन्दर ईमारत है |
लाल किला किस पत्थर से बना है?
लाल किला लाल बलुए पतथर से बना हुआ है |